रायसेन 150 साल पहले जमीन की खुदाई में मिली थी 20 भुजाओं वाली मां कंकाली की प्रतिमा ऐसी मान्यता












रायसेन. भोपाल से 18 किमी और रायसेन से 32 किमी दूर गुदावल गांव में मां कंकाली धाम घने जंगल के बीच में स्थित है। 150 साल पुराने इस कंकाली धाम में 20 भुजाओं वाली मां कंकाली विराजमान हैं। मंदिर में विराजी मां कंकाली की यह प्रतिमा देश भर में एकमात्र ऐसी प्रतिमा है, जिसकी गर्दन 45 डिग्री तक झुकी है। ऐसी मान्यता है कि दशहरे पर कुछ क्षण के लिए मां कंकाली की गर्दन सीधी हो जाती है।


खुदाई में मिली थी मां कंकाली की प्रतिमा
उप्र से बृजमोहनदास गुदावल गांव आए थे। उन्होंने यहां कुटिया बनाकर रहने लगे। 150 साल पहले खुदाई के दौरान यहां मां कंकाली की प्रतिमा निकली तो बाबा ने उसे यहीं स्थापित करा दिया। वे चालीस साल से अधिक समय तक यहां रहे। इसके बाद बाबा मंगलदासजी के सानिध्य में मंदिर की व्यवस्थाएं की जा रही हैं।


दान से बन रहे10 हजार वर्गफीट के हॉल में एक भी पिलर नहीं
मंदिर का निर्माण दानदाताओं के सहयोग से किया जा रहा है। मंदिर के सभी अष्टकोण में विभिन्न देवी-देवताओं की प्रतिमाएं होंगी। 23 हजार वर्गफीट में 7 करोड़ से मंदिर का निर्माण होना है। भीतरी हिस्से में बनाए जा रहे 10 हजार वर्गफीट के हॉल में एक भी पिलर नहीं है। परिसर में उपवन, धर्मशाला व गोशाला बनाने की भी योजना है।